निम्नलिखित विशिष्ट क्षेत्रों में परामर्शी सेवाएँ उपलबध कराई जाती है।
क. जैविक पुनरूद्धार अध्ययन
ख. ओबी डम्प पुनरूद्धार अध्ययन
ग. धूल का सर्वेक्षण (इस्ट सर्वे)
घ. पर्यावरणिक गर्म स्थ्लों की पहचान सहित जोनिंग(क्षेत्रीय) एटलस
ड. क्षमता निर्माण (केपेसिटी बिल्डिंग)
च. परिस्थितिकी संवेदनशील क्षेत्रों के लिए पर्यावरणिक प्लानिंग
छ. इसके गुण तथा ईआईए/ईएमपी सहित माइनिंग सेक्टर में उड़ने वाली धूल (फ्लाई डस्ट) का निपटान
ज. खान पर्यावरणिक प्रबंधन के इमरजिंग एरिया में अनुसंधान एवं विकास
अतीत में शामिल किए गए कुछ विशेष अध्ययन:
1. मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हेतु सतना लाइम स्टोन बेल्ट एवं कोरबा क्षेत्र (एरिया) के लिए जोनिंग इन्वायरमेंटल प्लानिंग
2. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दिल्ली के लिए गुड़गाँव में आरावली पहाड़ी (हिल्स) अलवर, छत्तीसगढ़ तथा उदयपुर डिस्ट्रिक्ट के इके-रिस्टोरेशन हेतु एक्शन प्लान यथाः इको-सेन्सिटिव रिजनस के लिए जोनिंग इन्वायरमेंटल प्लानिंग
3. कैरेइंग केपेसिटी अध्ययन में राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के लिए पर्यावरणिक मास्टर प्लान शामिल है।
4. क्षमता निर्माण (केपेसिटी बिल्डिंग):
क. पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार के लिए वित्त प्रदत्त विश्व बैंक के तहत पर्यावरणिक प्रबंधन क्षमता निर्माण तकनीकी सहायता परियोजना (खनन उप घटक) भारत के क्रिया-कलाप के अंतर्गत मानिटरिंग अनुपालन के लिए खनन तथा पर्यावरणिक नीतियों, विधि निर्माण, मानकों तथा मैकनिज्म का पुनरीक्षण
ख. पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार के लिए वित्त प्रदत्त विश्व बैंक के तहत पर्यावरणिक प्रबंधन क्षमता निर्माण तककीकी सहायता परियोजना (खनन उप-घटक) भारत के क्रिया-कलाप के अंतर्गत खनन पर्यावरण के क्षेत्र में केंद्र/राज्य स्तर तथा प्रतिरूप (काउन्टर पार्ट) संस्थानों पर रेगुलेटरी एजेसिंयों की मजबूती।
5. पुनर्वास एवं माइन क्लोजर प्लान:
क. एमसीएल के गौरवी खान (माइन) का माइन क्लोजर प्लान
ख. फरीदाबाद डिस्ट्रिक्ट के आरावली पहाड़ी क्षेत्रों में स्माल सिलिका सेंड माइन की पुनर्वास योजना
6. फ्लाई ऐश का निपटान अध्ययन:
क. एनटीपीसी के मेसर्स तालचर थर्मल पावर स्टेशन तथा मेसर्स नेशनल अलम्यूनियम कंपनी (नालको) के थर्मल पावर स्टेशन का प्लाई ऐश के निपटान का अध्ययन
ख. एनटीपीसी के लिए गौरवी खान की रिक्ति अर्थात् खाली जगहों में बैक फिलिंग के लिए जल-भूवैज्ञानिकी जांच-पड़ताल एवं ईआईए