कोल पेट्रोग्राफी

कोल पेट्रोग्राफी प्रयोगशाला

सी एम पी डी आई का कोयला पेट्रोग्राफी प्रयोगशाला, भारतीय/आयातित कोयले के गवेषण स्तर, धोवन क्षमता उत्पाद और गुणवत्ता नियंत्रण पर कार्य करने तथा कोयला/लिग्नाइट का गुण निर्धारण, हाइड्रोकार्बन जेनरेशन के लिए सोर्स राक मूल्यांकन का कार्य करने वाला भारत के प्रमुख प्रयोशालाओं में से एक है। कोल पेट्रोग्राफिक अध्ययन कोयले के माइक्रोस्कोपिक अध्ययन (मेसरल कम्पोजीशन, विट्रीनाइट रिफ्लेक्टेन्स एवं वी टाइप वितरण) के लिए आवश्यक है, जो कोक में कोयले के ब्लेडिंग (मिश्रण) और कोकिंग और नन-कोकिंग के अधिकतम उपयोग हेतु इसके गुण निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।

कोयला पेट्रोग्राफी प्रयोगशाला समय-समय पर अपने को, कोयले के आर्गेनिक और इन आर्गेनिक कन्स्टीटीएन्ट दोनों का शीघ्रता से /विस्तृत रूप से निर्धारण करने के लिए अद्यतन आटोमेटिक उपकरणों से लैस करता है। यह आई सी सी पी का एक्रीडिटेशन प्राप्त करने वाला भारत का एकमात्र प्रयोगशाला है।

यह अपने उच्च प्रशिक्षित और समर्पित श्रम-शक्ति तथा सोफिसटीकेटेड/ आयातित उपकरणों के कारण निम्नलिखित का विश्लेषणः

  • कोकिंग के साथ-साथ नन-कोकिंग कोयले के लिए कोयला गवेषण, वाशरी उत्पाद नियंत्रण, मिश्रण (ब्लेंड) अध्ययनों हेतु कोयले का गुण निर्धारण करने की स्थिति में हैः-
    • मेसरल विश्लेषण
    • विट्रीनाइट रिफ्लेक्टेंस %
    • वी टाइप वितरण
    • कोयले में खनिज
  • कोक पेट्रोलोजी
    • पोर स्ट्रक्चर
    • पोर साइज और पोर साइज वितरण
    • मोजैक साइज
    • फ्रैक्चर का गुण निर्धारण
  • तेल और गैस गवेषण
    • विट्रिनाइट रिफ्लेक्टेंस
    • मेसरल विश्लेषण, लिप्टीनाइट (एक्जीनाइट) फ्लोरेसेंस
    • मच्युरेशन पोटेंशियल
    • थर्मल हिस्ट्री अध्ययन
  • आयल शेले
    • मेसरल विश्लेषण
    • लिफ्टीनाइट (एक्जीनाइट) फ्लोरेसेंस
    • विट्रिनाइट रिफ्लेक्टेंस
  • मिनरलाजिकल फेज विश्लेषण
    • एक्स-रे डिफ्रेक्टोमीटर के जरिए मिनरल्स और फेजों का क्वालिटेटिव और क्वांटिटेटिव अध्ययन
    • एस ई एम द्वारा सी बी एम गवेषण के लिए कोयले का क्लीट अध्ययन और कोल/मेटल राक में खनिजों का शेप, साइज का अध्ययन किया जा रहा है।