सी बी एम के उपयोग

उपयोग के लिए विशिष्ट विकल्पों का संक्षिप्त विवरण

विद्युत उत्पादन

सी बी एम जेनरेशन पावर प्लान्ट की उच्च क्षमता लाने के लिए एक आदर्श ईंधन हैं तथा न्यूनतम पूँजी निवेश और अधिकतम संचालनात्मक क्षमता की दृष्टि से नए थर्मल पावर प्लान्ट के लिए इस ईंधन को तरजीह दी जाती है। चिन्हित ब्लाकों (खनि खण्डों) से प्रति दिन प्राप्ति के अनुमान के आधार पर झारखण्ड राज्य में उत्पादित की जा सकने वाली संभावित बिजली को नीचे की तालिका में दर्शाया गया हैः- वैल्यू के लोअर एण्ड पर चिन्हित ब्लाकों से झारखण्ड में लगभग 800 मेगावाट बिजली उत्पादन सम्भव है।  

कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (सी एन जी) के फार्म में आटो ईंधन

सी एन जी पहले से ही स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल ईंधन के रूप में प्रतिस्थापित है। सी बी एम की उपलब्धता पर निर्भरता के कारण यह उपयोग के लिए एक अच्छा ईंधन हो सकता है। माइन डम्प ट्रक के लिए सी एन जी फार्म में ईंधन के रूप में प्राप्त सी बी एम का उपयोग ‘‘कोल बेड मीथेन रिकवरी एवं कमर्सियल यूटिलाइजेशन’’ प्रोजेक्ट शीर्षक का डिमान्स्टेªशन परियोजना का पहले से ही भाग है। वर्तमान में बी सी सी एल की सुदामडीह और मूनीडीह खान में यू एन डी पी/ जी ई एफ के सहयोग से इसका क्रियान्वयन किया जा रहा है।  

उर्वरक के लिए फीड स्टाक

मेसर्स सिंदरी माडर्नाइजेशन प्लान्ट (एस एम पी), सिन्दरी अपने क्रेकर कम्पलेक्स के लिए फीड स्टाक के रूप में तेल ईंधन के रूप में उपयोग कर रहा है। इस संयंत्र की संस्थापित क्षमता प्रतिदिन 900 टन अमोनिया की है और विगत तीन वर्षों के दौरान 80 प्रतिशत क्षमता के साथ कार्यरत है। झरिया, बोकारो कोयला क्षेत्र से उत्पादित सी बी एम को सिन्दरी में उपयोग किया जा सकता है, जिससे संचालन लागत मितव्ययी होगा।  

औद्योगिक उपयोग के लिए ईंधन

यह सी बी एम के सुपीरियर कम्ब्यूसन गुण के आलोक में धनबाद, बोकारो, पलामू क्षेत्रों के सीमेन्ट प्लान्ट, रिफैक्ट्रीज, रालिंग मिल आदि जैसे उद्योगों के लिए इकोनोमिकल फ्यूअल हो सकता है। मेकन (आई) लि. द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार औद्योगिक उद्देश्यों के लिए केवल झारखण्ड में ही 5000000 एनएम3 प्राकृतिक गैस/सी बी एम की मांग है।  

स्टील संयंत्र में सी बी एम का उपयोग

आयरन ओर को गलाकर आयरन बनाने के लिए अपेक्षित अधिकांश ऊर्जा के उत्पादन के लिए ब्लास्ट फर्नेस आपरेशन में मेटलर्जिकल कोक का उपयोग होता है। चॅूकि यूएस में कोक लगातार महंगा होता जा रहा है इसलिए स्टील उद्योग कम पूँजी का विकल्प अपनाते हैं जिससे कोक की खपत में कमी, उत्पादकता में वृद्धि और संचालन लागत में कमी हो। नार्थ अमेरिका में सभी ब्लास्ट फर्नेसों में नेचुरल गैस, कोक ओवन गैस, आयल एण्ड टार्स अथवा ज्वलन के लिए अतिरिक्त कार्बन मोनोक्साइड और हाइड्रोजन के रूप में कोयले और मेल्टन आयरन में आयरन वियरिंग मैटेरियल्स में कमी के लिए रासायनिक जैसे पूरक ईंधनों का इस्तेमाल करते हैं। इन ईंधनों, प्राकृतिक गैस और पल्वराइज्ड कोयले इंजेक्शन के लिए व्यापक रूप से स्वीकार्य है। हाल ही में पूर्ण स्केल परीक्षणों से यह पता चलता है कि हाट मेटल का 195.4 क्यूबिक मीटर प्रति टन की दर से ब्लास्ट फर्नेस में नेचुरल गैस को इंजेक्ट करने से 30 प्रतिशत तक कोक की खपत में कमी आ सकती है और 40 प्रतिशत तक आयरन मेकिंग क्षमता में वृद्धि हो सकती है। कोल माइन मीथेन परम्परागत नेचुरल गैस की तुलना में समान लाभ देता है तथा ब्लास्ट फर्नेस के लिए आसानी से विकल्प बन सकता है, नेचुरल गैस के साथ मिक्स किया जा सकता है और यह लम्बी अवधि तक गैस गुणवता की आवश्यकता को (सल्फर की कम मात्रा तथा कम से कम 94 प्रतिशत मीथेन) पूरा कर सकता है। बोकारो स्टील संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस में सी बी एम के इंजेक्शन से संयंत्र के कार्य निष्पादन में सुधार तथा उत्पादकता में वृद्धि हो सकती है।  

मेथनॉल के उत्पादन में सी एम एम का उपयोग

मेथनॉल एम टी बी ई (गैसोलीन के रिफार्मूलेटेड में उपयोग) मेथनॉल और गैसोलाइन ब्लेड्स (फ्लेक्सीबल फ्यूयल वेहिकल के लिए एम 85 के रूप में) और एसीटीक एसिड, जो रसायन उद्योग में प्रमुख कच्ची सामग्री है, सहित बहुत सारे उत्पादों का मुख्य घटक है। विश्व में अधिकांश मेथनॉल के उत्पादन में फीड स्टॉक के रूप में नेचुरल गैस का उपयोग किया जाता है जो अत्यधिक महत्वपूर्ण लागत घटक है। मेथनॉल उत्पादकों के पास कोल बेड मीथेन गैस नहीं है, लेकिन क्षेत्रों में बड़े मेथनॉल प्लान्टों के ईंधन के लिए यह सम्भावित वैकल्पिक फीड स्टाक हो सकता है। स्मालर मोबाइल मेथनॉल प्लान्ट (11.4-15 मीलियन लीटर प्रति वर्ष) जो ऑफ शोर रिंग का उपयोग करते हैं, के लिए कोयला खानों में उपयोग के लिए सम्भावित विकल्प बन सकता है। गैस की गुणवता में कम से कम 89 प्रतिशत मीथेन, 1 प्रतिशत तक आक्सीजन और 10 प्रतिशत तक कार्बन डायक्साइड होना चाहिए।  

कोल माइन मीथेन का उपयोग

क्रॉस कन्ट्री पाइप लाईंस के जरिए कमतर मात्रा में तुलनात्मक रूप से कोयला खानों के डिगैसीफिकेशन के परिणामस्वरूप उत्पादित कोल माइन मीथेन का लिंकेजेज मितव्ययी (लाभदायी) नहीं होगा और इसीलिए इसका उपयोग खान स्थलों पर ही किया जा सकता है। खनन से सम्बद्ध सी बी एम संसाधन के विकास के लिए निम्नलिखित तीन स्ट्रेटेजीज प्रस्तावित हैः-  

  • गैस को पहले ही निकालने के लिए खान के बगल में ड्रिल करना।
  • गोव क्षेत्रों में उदग्र ड्रिलिंग के द्वारा सतह से मीथेन प्राप्त करना।
  • सीमों और संस्तरों में इन-सीम लौंग होल होरिजोंटल ड्रिलिंग में गैस प्राप्त करना।